उत्तर प्रदेश में सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग नव नियुक्त शिक्षकों का पुलिस सत्यापन कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों के मूल आवेदन के आधार पर नाम-पता का सत्यापन कराने के लिए पुलिस विभाग को पत्रावली भेजी जा रही है।
बेसिक शिक्षा विभाग में पिछली शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में फर्जी नियुक्ति के कई मामले सामने आ चुके हैं। जांच-पड़ताल के बाद दर्जनों शिक्षक बर्खास्त कर दिए जा चुके हैं। कई जिलों में शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रदेश सरकार जांच एसटीएफ को सौंपी है। महराजगंज में भी कई बार एसटीएफ की टीम जांच के लिए आ चुकी है। जांच में फर्जीवाड़े के कई मामले ऐसे सामने आ चुके हैं जिसमें फर्जी शिक्षक दूसरे के नाम-पता पर नौकरी कर रहे हैं।