UP DELED BTC Second Semester Result 2021
DELED 2nd Semester Result
डीएलएड 2019 बैच RESULT जारी
डीएलएड 2019 का रिजल्ट हुआ घोषित
कुल प्रशिक्षु—- ??????
उत्तीर्ण प्रशिक्षु- —-
फेल प्रशिक्षु- —-
सहायक अध्यापक व प्रधानाध्यापक भर्ती की गाइडलाइन जारी
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद ने तीन हजार से अधिक सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में प्रधानाध्यापकों व सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए गाइडलाइन जारी कर प्रस्ताव प्रयागगज स्थित परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव को भेजा है। दोनों भर्ती की लिखित परीक्षा अलग- अलग होगी।
इनमें 150 अंकों के 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। भर्ती में सामान्य वर्ग के लिए 65 प्रतिशत (97 अंक) व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एबं अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 60 प्रतिशत (90 अंक) कटऑफ निर्धारित की जाएगी। यदि कोई अभ्यर्थी दोनों पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो उसे एक ही ऑनलाइन आवेदन में दोनों परीक्षा के चयन की सुविधा मिलेंगी, लेकिन आवेदन शुल्क अलग-अलग जमा करने होंगे।
बेसिक शिक्षा मंत्री से मिलने गए दिव्यांगों को रोका, धक्का-मुक्की में लगी चोट: 69000 सहा. अध्यापक भर्ती में आरक्षण की विसंगति को लेकर 38 दिन से चल रहा धरना
प्रयागराज। बेसिक शिक्षा परिषद पर 14 दिसंबर 2020 से धरना दे रहे और भूख हड़ताल कर रहे दिव्यांग अभ्यर्थियों ने बुधवार को को शहर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी से मिलने पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान मंत्री से मिलने की कोशिश में लगे दिव्यांगों को आयोजकों ने रोक दिया। दिव्यांगों का आरोप है कि आयोजकों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, इस कारण से उन्हें चोट आई । दिव्यांगों का कहना है कि बेसिक शिक्षा मंत्री से मिलने रोककर आयोजकों ने दिव्यांगों के अधिकारों का हनन किया है।
दिव्यांग अभ्यर्थियों का कहना था कि उनकी ओर से पांच सदस्यों का एक दल राजर्षि टंडन गेस्ट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में मिलने पहुंचा। दिव्यांग अभ्यर्थियों उपेंद्र मिश्र, धनराज यादव ने आरोप लगाया कि आयोजकों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और मिलने से रोक दिया दिव्यांगों का कहना था कि गेस्ट हाउस में जब वह रास्ते में बैठ गए तो सभी दिव्यांगों को आयोजकों ने हटा दिया। इस दौरान धक्का देकर उन्हें बाहर करने की कोशिश में चार-पांच दिव्यांग चोटिल हो गए ।
मुलाकात की कोशिश करने वालों में धनराज यादव, उपेन्द्र मिश्रा, लाल सिंह शिवेन्द्र कुमार सिंह महावीर, फारुख और प्रदीप कुमार शुक्ला को चोट आई। बेसिक शिक्षा मंत्री से मिलने की असफल कोशिश के बाद दिव्यांग अभ्यर्थी दोबारा धरना स्थल पर आकर बैठ गए । उनका कहना है कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती धरना प्रदर्शन जारी रहेगा ।
यूपी में हेडमास्टर की भर्ती हुई UPSC और PCS परीक्षा पास करने से भी कठिन
उत्तर प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) जूनियर हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापक पद पर चयन अफसर बनने से भी कठिन है। संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा हो या उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस भर्ती, स्नातक अर्हताधारी अभ्यर्थी का चयन प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के बाद इंटरव्यू के आधार पर हो जाता है। लेकिन एडेड जूनियर हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापक पद पर भर्ती के लिए स्नातक के बाद प्रशिक्षण (बीएड, डीएलएड या अन्य समकक्ष डिग्री) करना पड़ता है। इसके बाद उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी और फिर 2.30 घंटे की लिखित परीक्षा का प्रावधान किया गया है। इसके बाद एक घंटे का एक अतिरिक्त पेपर भी देना होगा जिसमें विद्यालय प्रबंधन से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे।
पहले बीएड, डीएलएड या अन्य समकक्ष डिग्रीधारी और उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति स्कूल प्रबंधक बीएसए की अनुमति से कर लेते थे। इस प्रकार होने वाली नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर रुपयों का लेनदेन चलता था। यही कारण है कि 2017 में सरकार बदलने के बाद इन स्कूलों में भर्ती प्रक्रिया बदलने का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि एडेड जूनियर हाईस्कूलों में 1894 पदों पर शुरू होने जा रही भर्ती में 390 पद प्रधानाध्यापक के हैं।
यूपी में शिक्षक बनना पूरे देश में सबसे कठिन काम है। शिक्षक भर्ती की अर्हता राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) तय करता है। एनसीटीई ने शिक्षक बनने के लिए बीएड, डीएलएड आदि के अलावा टीईटी को अनिवार्य माना है। वहीं यूपी में टीईटी के बाद एक और लिखित परीक्षा देनी होती है। अन्य राज्यों में डीएलएड 12वीं के बाद ही होता है जबकि यूपी में डीएलएड में दाखिले की योग्यता स्नातक है।
डीएलएड रिजल्ट में आधे प्रशिक्षु फेल
प्रयागराज। डीएलएड प्रशिक्षण तृतीय सेमेस्टर के विभिन्न बैच कर परिणाम रविवार शाम को जारी कर दिया गया। परीक्षा में शामिल हुए तकरीबन आधे प्रशिक्षु फेल हो गए हैं। बीटीसी प्रशिक्षण बैच-2013 एवं 2015 और डीएलएड प्रशिक्षण बैच 2017 एवं 2018 की तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा की परीक्षा के लिए 85120 प्रशिक्षु पंजीकृत थे। इनमें 84294 प्रशिक्षु शामिल हुए और 42212 प्रशिक्षु परीक्षा उत्तीर्ण कर सके।
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी की ओर से जारी परिणाम के अनुसार डीएलएड प्रशिक्षण बैच-2018 तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा के लिए पंजीकृत 61878 प्रशिक्षुओं में 61519 प्रशिक्षु परीक्षा में शामिल हुए और इनमें 29259 ने परीक्षा उत्तीर्ण की। वहीं, 319 का परीक्षाफल अवरुद्ध एवं 75 का परीक्षाफल अपूर्ण है।
इसके अलावा डीएलएड प्रशिक्षण बैच-2017 तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा में पंजीकृत 22962 में से 22495 प्रशिक्षु परीक्षा में शामिल हुए और 12804 को उत्तीर्ण घोषित किया गया। जबकि,, 36 के परीक्षाफल अवरुद्ध और छह प्रशिक्षुओं के परीक्षाफल अपूर्ण हैं। वहीं, बीटीसी प्रशिक्षण बैच-2013 तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा में पंजीकृत सभी 12 प्रशिक्षु ने परीक्षा दी थी। इनमें से दो को उत्तीर्ण घोषित किया गया है, जबकि नौ के परीक्षाफल अपूर्ण हैं। बीटीसी प्रशिक्षण बैच-2014 तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा में भी सभी पंजीकृत 13 प्रशिक्षु परीक्षा में शामिल हुए थे। एक प्रशिक्षु का परीक्षाफल अपूर्ण है और 11 प्रशिक्षु उत्तीर्ण हैं।
