जैसा कि पिछली सुनवाई की तारीख 6 नवम्बर को सीनियर जज मा. पंकज जायसवाल जी द्वारा जज मा. इरशाद अली जी के साथ बेंच बनाते हुए अगली तारीख 13 लगाने का आदेश हुआ था और साथ ही इससे पहले इस आदेश का अनुमोदन सीनियर जज पंकज सर द्वारा स्वयं किया जाना था।*
*उसके बाद 8, 9, 10 नवम्बर को न्यायालय बन्द होने के कारण तथा 11 नवम्बर को सीनियर जज पंकज सर के लखनऊ न होने के कारण बेंच गठन करके तारीख लगाने के आदेश का अनुमोदन नही हो पाया, उसी का परिणाम है कि 13 नवम्बर की किसी भी लिस्ट में अपना केस नही आया और सुनवाई नही हो पाई।*
*आज इसी क्रम में लंच के बाद अपने अधिवक्ता श्री दुर्गा प्रसाद शुक्ला जी और श्री अमरेंद्र नाथ त्रिपाठी जी के साथ मैं स्वयं अपने केस की स्थिति का पता करने न्यायालय के #रजिस्ट्रार_महोदय के पास गया।*
*रजिस्ट्रार महोदय ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में हैं परन्तु जज साहब के लगातार न रहने के कारण आपकी फाइल अभी उनके पास तक नही पंहुच पाई है। चूंकि जज साहब 7 नवम्बर के बाद सीधे आज न्यायालय में बैठे हैं (8 को हड़ताल थी), इसलिए आज शाम 4:15 बजे उनके कोर्ट नम्बर -1 से उठने के बाद वो फाइल लेकर अनुमोदन के लिए जज साहब के पास जायेगे और सीनियर जज पंकज सर जिस दिन के लिए कहते हैं , उस दिन की लिस्ट में अपना केस आ जायेगा।*
*उनसे यह भी निवेदन किया गया कि 13 को लगाने को कहा गया था परंतु नही लगा पाया अतः आसपास की ही डेट देने का कष्ट करें।
सम्भावना यह है कि अपना केस अगले सप्ताह ही किसी दिन की लिस्ट में आये क्योंकि 15 नवम्बर तक की लिस्ट पहले ही आ चुकी है। बाकी अगर जज साहब को उचित लगा और उन्होंने प्राथमिकता दी तो उससे पहले 14 या 15 की एडिशनल में भी आ सकता है।